लैंगिक संवेदनशीलता पर आरडीएसओ में कार्यशाला
लैंगिक संवेदनशीलता की आवश्यकता, सहानुभूति के महत्व और एक सकारात्मक कार्यस्थल बनाने पर जोर
लखनऊ, 06 दिसंबर।
आरडीएसओ ने शुक्रवार को यौन उत्पीड़न रोकथाम सप्ताह के तहत लैंगिक संवेदनशीलता पर एक कार्यशाला का आयोजन किया । इस कार्यशाला का उद्देश्य कार्यस्थल पर एक सुरक्षित और समावेशी वातावरण बनाने और लैंगिक समानता के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। कार्यशाला की मुख्य वक्ता प्रो. दीपा द्विवेदी, अध्यक्ष, उद्यान विज्ञान विभाग, बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय (बीबीएयू), रहीं ।
बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय की प्रो.दीपा द्विवेदी ने लैंगिक संवेदनशीलता की आवश्यकता, सहानुभूति के महत्व और एक सकारात्मक कार्यस्थल बनाने में सभी की सामूहिक जिम्मेदारी पर जोर दिया। कार्यक्रम मूल रूप से संविदा कर्मियों के लिये रखा गया था। इस अवसर पर प्रधान मुख्य कार्मिक अधिकारी (पीसीपीओ) अमर नाथ दुबे ने भी महिलाओं को संबोधित किया। उन्होंने आरडीएसओ में यौन उत्पीड़न रोकने के लिए उपलब्ध व्यवस्थाओं पर प्रकाश डाला और कर्मचारियों को एक संवेदनशील और सुरक्षित कार्यस्थल के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया।कार्यशाला में आरडीएसओ के कर्मचारियों ने भाग लिया और चर्चा में अपने विचार साझा किए। सत्र का समापन सभी प्रतिभागियों द्वारा लैंगिक समानता को बढ़ावा देने और सभी प्रकार के उत्पीड़न को समाप्त करने के संकल्प के साथ किया गया।