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विद्युत संविदा कर्मियों की छंटनी के विरोध में 18 से सत्याग्रह

उत्तर प्रदेश विद्युत संविदा मजदूर संगठन ने आपात बैठक कर संविदा कर्मियों की छंटनी के विरोध में सत्याग्रह का ऐलान किया है। संगठन के नरही स्थित केंद्रीय कार्यालय हमबरा अपार्टमेंट में वरिष्ठ मजदूर नेता आर एस राय की अध्यक्षता में हुई बैठक में अफसरों के मनमाने रवैये पर नाराजगी जाहिर की गई। वहीं विभाग के पुराने आदेशों की भी अनदेखी को लेकर संगठन ने कड़ा ऐतराज व्यक्त किया।

UP विद्युत संविदा मजदूर संगठन के प्रांतीय प्रभारी पुनीत राय ने कहा कि 30 सितंबर 2024 को पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम, वाराणसी के निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) आरके जैन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जारी निर्देश की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि

निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) ने जारी आदेश में कहा था कि उप्र पावर कॉरपोरेशन द्वारा वर्ष 2017 में जारी किए गए ज्ञापन संख्या 295 ज.श. एवं प्रा.सु. (2017) द्वारा निर्धारित मैनपावर के मानक के अनुसार ही संविदा कर्मियों को काम पर रखा जाएगा।

राय ने बताया कि उक्त आदेश को लागू किए जाने से पूर्वांचल डिस्काम में लगभग 3000 संविदा कर्मचारियों की छंटनी का आदेश अधीक्षण अभियंताओं द्वारा कर दिया गया है। यह आदेश श्रम कानूनों को नजरअंदाज करने वाला है। वहीं यह आदेश न केवल गैर कानूनी है बल्कि राज्य सरकार के रोजगार नीति के विरोध में भी है।

बिजली खपत और उपभोक्ता बढ़े पर कर्मचारियों की हो रही छंटनी

संविदा संगठन के प्रदेश अध्यक्ष नवल किशोर सक्सेना ने बताया कि वर्ष 2017 में प्रदेश की बिजली खपत 14,000 मेगावाट थी। अब 29,000 मेगावाट तक पहुंच गई है। इसी प्रकार, पूर्वांचल डिस्कॉम के उपभोक्ता 58 लाख से बढ़कर 1.25 करोड़ हो चुके हैं। ऐसे में 2017 का मानक 2024 में लागू करके संविदा कर्मचारियों की छंटनी का कोई औचित्य नहीं है। संगठन के प्रांतीय महामंत्री भोला सिंह कुशवाहा ने कह कि यदि उक्त आदेश वापस नहीं लिया गया तो 18 अक्टूबर 2024 को वाराणसी स्थित पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक कार्यालय पर शांतिपूर्ण सत्याग्रह किया जाएगा। यदि इसके बाद भी संतोषजनक समाधान नहीं निकला, तो संगठन 22 अक्टूबर 2024 से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू करेगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी।

विद्युत मजदूर संगठन संविदा संगठन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर देगा साथ

विद्युत मजदूर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष विमल चंद्र पाण्डेय ने बताया कि संविदा कर्मचारियों के साथ किया जा रहे अन्याय के विरोध में हम उनके साथ कंडे से कंधा मिलाकर साथ देंगे। उन्होंने कहा कि संविदा मजदूर संगठन द्वारा किए जा रहे आंदोलन का वह पूरा समर्थन करते हैं। विद्युत मजदूर संगठन के सदस्यों को निर्देश जारी किए गए निर्देश को वापस न लिया गया तो प्रदेश व्यापी आंदोलन किया जाएगा।

बैठक में संरक्षक अरुण कुमार , रजनीश शर्मा, शिवकुमार, गुड्डू मिश्रा, आशीष कुमार, सुंदरलाल, पंकज कुमार, विनोद श्रीवास्तव, संजय सिंह, आर. पी. पाल, अवनीश श्रीवास्तव, बसंत लाल, राम प्रसाद पाल, संजय श्रीवास्तव और अशोक पाल आदि प्रमुख कर्मचारी नेता भी मौजूद रहे।

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