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महाकुंभ में श्रद्धालुओं के लिए चलेंगी 13000 ट्रेनें: अश्विनी वैष्णव

रेलवे ने रोजाना 20 लाख श्रद्धालुओ के लिए किए इंतज़ाम : सतीश कुमार

टी. एन. मिश्र, लखनऊ।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को प्रयागराज और वाराणसी का दौरा किया  प्रयागराज में उन्होंने कहा कि महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए रेलवे ने व्यापक प्रबंध किए हैं। उन्होंने कहा रेलवे ने कुल 13000 ट्रेनें चलाने की व्यवस्था की है। जिनमें 3,000 स्पेशल और 10,000 रेगुलर ट्रेनें शामिल होंगी। महाकुंभ में रोजाना 20 लाख यात्रियों के आवागमन के प्रबंध किए जा रहे हैं।  इससे पहले रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ सतीश कुमार ने दो दिनों तक प्रयागराज में गहन निरीक्षण कर महा की तैयारियों का जायजा लिया और उन्होंने मातहत अफसरों को जल्द से जल्द सारी तैयारिया पूरी करने के निर्देश दिए हैं। रेलमंत्री ने रेलवे बोर्ड चेयरमैन के साथ यात्रियों के लिए रेलवे स्टेशनों पर चल रही तैयारियों की समीक्षा भी की।

प्रयागराज में एक तरफ राज्य सरकार तो वहीं दूसरी तरफ रेलवे महाकुंभ को भव्य बनाने की तैयारी कर रह है। उत्तर मध्य रेलवे के साथ उत्तर रेलवे भी कंधे से कंधा मिलाकर अपने स्टेशनों का विकास कर रहा है। इस बीच रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रयागराज पहुंचकर गंगा ब्रिज का निरीक्षण किया।उन्होंने स्टेशन पर पुनर्विकास के काम का जायजा लिया।  रेलवे ने स्टेशनों पर 12 नए फुटओवर ब्रिज बनाये हैं। इसके अलावा  23 स्थाई होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं। रेलवे ने महाकुंभ के दौरान मोबाइल टिकटिंग भी व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा QR कोड लगाए जाएंगे। इसके जरिए  टिकट को डायरेक्ट ऐप से डाउनलोड किया जा सकेगा।

 रेलवे ने सिक्योरिटी के लिए बनाए  कंट्रोल रूम

रेलवे ने महाकुंभ के दौरान  सिक्योरिटी के लिए कंट्रोल रूम बनाए हैं। रेलवे के सभी कंट्रोल डिस्ट्रिक्ट कंट्रोल रूम से जोड़े जायेंगे। इसके अलावा महाकुंभ में सिविल पुलिस के साथ ही 8000 आरएएफ के जवान भी तैनात किये जायेंगे। बहुभाषी कर्मचारी और सुरक्षा कर्मी श्रद्धालुओं के साथ उनकी भाषा में बात करके उनका काम आसान करेंगे। अलग-अलग भाषा बोलने वाले विभिन्न मंडलों से रेलकर्मी और राज्यों से सिक्योरिटी बुलाई जाएगी।

रेलवे 3000 स्पेशल और 10000 अन्य ट्रेनों का करेगा संचालन

रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा  कि महाकुंभ के दौरान देशभर के 50 शहरों से 3000 स्पेशल ट्रेनें प्रयागराज आएंगी। जबकि पूरे कुंभ के दौरान 10,000 फेरे रेगुलर ट्रेनों की प्लानिंग है। महाकुंभ में एक दिन में 20 लाख यात्री ट्रेनों से प्रयागराज पहुंचेंगे। इस दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 9 स्टेशनों का चयन किया गया है, जो सीधे-सीधे त्रिवेणी संगम से जुड़ेंगे। प्रयागराज कुंभ के परिक्षेत्र में आने वाले 9 स्टेशनों पर श्रद्धालुओं के लिए बेहतर यात्री सुविधा तैयार की गई है। 9 स्टेशनों पर काम चल रहा है। प्रयागराज जंक्शन के अलावा आठ ऐसे छोटे बड़े रेलवे स्टेशन हैं, जिनका पुनर्विकास किया गया है। इन रेलवे स्टेशनों पर नए फुटओवर ब्रिज बनाए गए हैं। इन स्टेशनों की पेंटिंग की गई है। इसके अलावा स्टेशनों के आस-पास पार्किंग की सुविधा के लिए भी क्षेत्र बढ़ाया गया है। इसके साथ-साथ स्थाई होल्डिंग एरियाज का भी निर्माण किया गया है।

महाकुंभ में हर दिन आएंगे 20 लाख श्रद्धालु

महाकुंभ में रेलवे के लिए सबसे बड़ा चैलेंज सिक्योरिटी को मैनेज करना होगा। इसे ध्यान में रखते हुए रेलवे स्टेशनों पर एक दिन में करीब 20 लाख की आने वाली भीड़ की सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी। इसके लिए 1313 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। रेलवे स्टेशन के अंदर आने वाले हर व्यक्ति पर RPF के जवानों की कड़ी नजर होगी। इसके अलावा स्टेशनों के आसपास के मुख्य चौराहों पर भी सीसीटीवी कैमरे से निगरानी रखी जा रही है। यह कंट्रोल रूम सीधे डिस्ट्रिक्ट कंट्रोल रूम से कनेक्ट रहेंगे।

दो साल में इससे जुड़े कार्यों में 5000 करोड़ रुपये का निवेश

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, ‘पिछले ढाई साल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में महाकुंभ 2025 की तैयारियां की जा रही हैं। पिछले दो साल में इससे जुड़े कार्यों में 5000 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। महाकुंभ 2025 की तैयारियों की पिछले ढाई साल से नियमित समीक्षा की जा रही है। रास्ते में श्रद्धालुओं की सेवा के लिए 3000 विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी। इसके लिए लगभग 10 हजार नियमित ट्रेनें चलाई जाएंगी।

  रेलमंत्री ने कुलियों से भी की मुलाकात

रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रयागराज में कुलियों से मुलाकात की। उन्होंने उनकी समस्याओं को सुना। कुली शिवमंगल निषाद ने बताया कि 2008 में भर्ती के बावजूद उन्हें ग्रुप डी में समायोजित नहीं किया गया है। इसके साथ ही कई अन्य समस्याओं पर भी कुलियों ने रेलमंत्री से बात की।

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