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AIRF की वजह से 100 दिन में ठंडे बस्ते में पहुंचा रेलवे के निजीकरण का प्रस्ताव- शिव गोपाल मिश्र
एक बार फिर यूनियन की मान्यता मिलने के बाद कर्मचारी हितों की लड़ाई लड़ेगी यूनियन
लखनऊ 29 नवंबर।
यूनियन की मान्यता के चुनावों के पूर्व शुक्रवार को नार्दर्न रेलवे मेन्स यूनियन की एक विशाल सभा का आयोजन आज चारबाग, रेलवे स्टेशन पर की गई। इस विशाल सभा की अध्यक्षता ए.आई.आर.एफ. व एन.आर.एम.यू. के महामंत्री शिव गोपाल मिश्र ने की। उन्होंने कहा कि गत् वर्षों में गारन्टीड पेंशन की लम्बी लड़ाई सभी यूनियनों व फेडरेशनों द्वारा सामूहिक रूप से लड़ी गयी। सरकार द्वारा घोषित यूनिफाइड पेंशन स्कीम से गारन्टीड पेंशन स्कीम, पारिवारिक पेंशन व न्यूनतम पेंशन सुनिष्चित हो सकी है। यूनियन के महामंत्री शिव गोपाल मिश्र ने रेल कर्मचारियों के हितों से सम्बन्धित संकल्प को पूरा करने का आहवान किया।
मुख्य वक्ता के रूप में सभा को सम्बोधित करते हुए महामंत्री शिव गोपाल मिश्र ने कहा कि पूर्व में सरकार द्वारा घोषित 100 दिनों के कार्यक्रमों के अन्तर्गत रेलों के निजीकरण, कारखानों के निगमीकरण व रेल कालोनियों/गुड्स शेड्स, स्टेडियम आदि को निजी हाथों में सौंपे जाने की योजना बनाई थी। लेकिन आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन ने इस योजना को रेल कर्मचारियों के सहयोग से बचाने में अहम जिम्मेदारी निभाई थी। भविष्य में रेल कर्मचारियों के बेहतर कैरियर प्रोग्रेशन, बेहतर आवासीय व्यवस्था, काम के अधिकतम 8 घंटे, रिक्त पदों को भरे जाने, बढ़े कार्य के बदले पदों के सृजन, एलडीसीई ओपन-टू-आल जैसी सुविधा लागू कराई जायेगी।
राष्ट्रीय महामंत्री ने कहा कि रेल कर्मचारियों के माता-पिता को कर्मचारी के समतुल्य चिकित्सा सुविधा व पास में शामिल किये जाने, महिला ट्रैक मेंटेनर्स व एएलपी के कोटि परिवर्तन आदि लम्बित मामलों का निस्तारण कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन सभी सुविधाओं को निर्धारित समयावधि में लागू कराये जाने के लिए कार्यक्रम तैयार किया जायेगा।
इस दौरान ओबीसी एसोसिएशन के महामंत्री एसके यादव ने कहा कि रेल कर्मचारियों के हितों की लड़ाई सिर्फ नार्दर्न रेलवे मेन्स यूनियन लड़ती आई है। इसलिए एसोसिएशन ने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया है कि यूनियन की मान्यता के चुनावों में नार्दर्न रेलवे मेन्स यूनियन को समर्थन दिया जाये। श्री यादव ने विश्वास व्यक्त किया कि शिव गोपाल मिश्र के नेतृत्व में न केवल रेल सरकारी स्वरूप में बचेंगीं बल्कि अल्पसंख्यक वर्ग समेत सभी रेल कर्मचारियों का हित सम्भव हो सकेगा।
सभा में ‘आईसमा’ के संयोजक राजकुमार ने बताया कि उत्तर रेलवे के सभी मण्डलों में स्टेशन मास्टर नार्दर्न रेलवे मेन्स यूनियन को अपना समर्थन दे रहे हैं। उन्होंनें स्टेशन मास्टर्स के मामलों में समय-समय पर मण्डलीय व केन्द्रीय नेतृत्व द्वारा दिये गये सहयोग की जानकारी भी दी। वहीं आल इण्डिया ओबीसी रेलवे इम्प्लाइज के महामंत्री एसकेयादव, आल इण्डिया रेलवे स्टेशन मास्टर्स एसोसिएशन के संयोजक राजकुमार, यूनियन के मण्डल मंत्री आरके पाण्डेय, अध्यक्ष विभूति मिश्र व कोषाध्यक्ष प्रवीणा सिंह सहित कई यूनियन पदाधिकारियों ने उपस्थित रेल कर्मचारियों को सम्बोधित किया।
विरोधी यूनियन अपने झण्डे लपेट लें-आरके पांडेय
सभा का संचालन मण्डल मंत्री कामरेड आरके पाण्डेय ने लखनऊ मण्डल, कारखाना मण्डल, लेखा मण्डल व ब्रिज मण्डल के बड़ी संख्या में उपस्थित कर्मचारियों के जोष को देखकर प्रतिस्पर्धी यूनियनों को स्पष्ट चेतावनी दी की कर्मचारियों के हित में वह अपने झण्डे लपेट लें व समय रहते नार्दर्न रेलवे मेन्स यूनियन के पक्ष में अपना समर्थन घोषित करें। जिससे एक उद्योग में एक यूनियन के सपने का साकार किया जा सके। सभा का समापन मण्डल अध्यक्ष विभूति मिश्र ने करते हुए बड़ी संख्या में उपस्थित युवाओं, महिलाओं व यूनियन सदस्यों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने उन्हें संकल्प दिलाया कि वह रेल व कर्मचारी हित में एकजुट होकर आगामी 4, 5 व 6 दिसम्बर को यूनियन कि चुनाव चिन्ह झण्डा पर मुहर लगाकर यूनियन को प्रचण्ड बहुमत से विजयी बनायें। सभा को एआईआरएफ के जोनल सचिव एसयू शाह, कारखाना मण्डल के मण्डल मंत्री अनूप बाजपेई, लेखा मण्डल के मण्डल मंत्री उपेन्द्र सिंह, ब्रिज मण्डल के मण्डल मंत्री शैलेन्द्र सिंह, काॅपरेटिव बैंक के चेयरमैन राकेश कुमार कनौजिया, ओबीसी एसोसिएशन के सहायक महामंत्री विद्यानाथ यादव और वीके सिंह ने भी सम्बोधित किया।