भारतीय रेल परिवहन प्रबंधन संस्थान में जनजातीय गौरव दिवस का आयोजन
“भगवान बिरसा मुंडा” को स्मरण करते हुए मनाई 150वीं जयंती
जनजातीय समाज भारत का मूल संप्रदाय, मातृभूमि के प्रति सर्वोच्च निष्ठा का प्रतीक
मातृभूमि के प्रति त्याग, निष्ठा और वीरता की प्रेरणा का स्रोत हैं बिरसा मुंडा
भगवान बिरसा मुंडा के आदर्श हमें एक भारत श्रेष्ठ भारत की दिशा में आगे बढ़ने देते हैं की प्रेरणा
लखनऊ, 15 नवंबर।
भारतीय रेल परिवहन प्रबंधन संस्थान में शुक्रवार को जनजातीय गौरव दिवस का आयोजन किया गया। इस मौके पर एडीजी संजय त्रिपाठी ने कहा कि झारखंड के महान स्वतंत्रता सेनानी धरती आबा, भगवान बिरसा मुंडा का आदिवासी समाज की समृद्ध संस्कृति की अमूल्य विरासत और धरोहर को संजोने तथा राष्ट्र निर्माण में महान योगदान है। अपना अतुलनीय योगदान देने वाले झारखंड के महान स्वतंत्रता सेनानी धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जन्म जयंती को देश भर में जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जा रहा है I एडीजी संजय त्रिपाठी ने कहा कि झारखंड की मुंडा जनजाति से ताल्लुक रखने वाले भगवान् बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवम्बर 1875 को हुआ था तथा उन्होंने स्वाभिमान की रक्षा के।लिए अंग्रेजों के खिलाफ जंग की शुरुआत की थी I यह भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती वर्ष समारोह की शुरूआत हैI जनजातीय गौरव दिवस का उत्सव और बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवंबर 2025 तक मनाई जाएगी I
अपर महानिदेशक संजय त्रिपाठी ने कहा कि 15 नवंबर को इस दिवस विशेष के रूप मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि जनजाति गौरव दिवस के अवसर पर उत्तर रेलवे, भारतीय रेल परिवहन प्रबंधन संस्थान,लखनऊ में इस दिन को अत्यंत प्रसन्नता एवं उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस मौके पर भारतीय रेल परिवहन प्रबंधन संस्थान के अपर महानिदेशक संजय त्रिपाठी ने दीप प्रज्लवन कर भगवान बिरसा मुंडा के चित्र पर पुष्प अर्पित किए। इसके बाद संजय त्रिपाठी ने भगवान बिरसा मुंडा के जीवन चरित्र का उल्लेख करते हुए उनके द्वारा किये गए महान कार्यों की बात करते हुए उनको सादर नमन किया। एडीजी ने सभी लोगों से उनके बताये गए सिद्धांतों का अनुसरण करने की सलाह दी।| इस मौके पर संकाय सदस्य, परिवीक्षाधीन अधिकारी एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे |