महापौर सुषमा खर्कवाल ने अचानक जोन सात पहुंचकर की समीक्षा
लापरवाही पर कई अफसरों को लगाई फटकार
लखनऊ, 12 नवंबर।
राजधानी में नगर निगम के दफ्तरों की हालत और राजस्व वसूली की धीमी रफ्तार को लेकर महापौर सुषमा खर्कवाल ने तेवर कड़े कर दिए हैं। मंगलवार को उन्होंने अचानक जोन साथ पहुंचकर अफसरों को वहीं तलब किया। महापौर की अध्यक्षता में जोनल कार्यालय जोन-07, इन्दिरा नगर मे हुई समीक्षा बैठक में उन्होंने कई जिम्मेदारों को फटकार भी लगाई। उनके साथ ललित कुमार, अपर नगर आयुक्त, अशोक कुमार सिंह, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी और महेश
चन्द्र, मुख्य अभियन्ता सिविल सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।
महापौर सुषमा खर्कवाल ने समीक्षा बैठक में कर विभाग के अफसरों को आदेश दिया कि जोनल कार्यालय में तैनात समस्त अधिकारियों/ कर्मचारियों के नाम, पदनाम व मोबाइल नम्बर जनमानस को उपलब्ध कराने के उद्देशय से पट्टिका लगाई जाए। जिससे किसी भी व्यक्ति को असुविधा न हो। मेयर ने कहा कि जी०आई०एस० सर्वे में प्राप्त आपत्तियों का वार्डवार रजिस्टर तैयार किया जाये। जिसमें सम्पूर्ण विवरण दर्ज हो। उन्होंने लक्ष्य के सापेक्ष शत प्रतिशत वसूली के निर्देश दिये गये।
महापौर सुषमा खर्कवाल ने जोन क्षेत्रान्तर्गत प्रस्तावित वेण्डिग जोन में वेण्डर्स को व्यवस्थित करने एवं मॉडल वेण्डिग जोन बनाये जाने अवैध अतिक्रमण को हटाने के निर्देश दिये। जोनल सेनेटरी अधिकारी को निर्देशित किया कि सभी वार्डों में संचालित अवैध ठेलिया के संचालन को 01 सप्ताह के अन्दर बन्द कराया जाए। महापौर ने सभी वार्डो में फॉगिंग कराने के भी निर्देश दिये।
इस दौरान उनके साथ बैठक में संजय पाण्डेय, नगर अभियन्ता जोन-07, विकास शर्मा, अधिशासी अभियन्ता जलकल, रीता बाजपेई, राम अचल व ज्ञान चन्द्र कर अधीक्षक, कुलदीपक जोनल सेनेटरी अधिकारी, देवेन्द्र वर्मा, विजेता द्विवेदी, सुनील वर्मा व बृजेश प्रजापति, सफाई एवं खाद्य निरीक्षक, अवर अभिन्ता मार्ग प्रकाश, एल.एस.ए. जोनल इन्चार्ज मुकेश त्रिपठी एवं सिवेज इण्डिया प्रा०लि० के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।