उत्तर प्रदेश

विद्युत संविदा कर्मियों की छंटनी के विरोध में वाराणसी और लखनऊ सहित कई शहरों में प्रदर्शन

लखनऊ।

उत्तर प्रदेश विद्युत संविदा मजदूर संगठन ने संविदा कर्मियों की छंटनी के विरोध में शुक्रवार को वाराणसी और लखनऊ सहित प्रदेश के के कई जिलों में धरना प्रदर्श किया। संविदा कर्मियों ने अफसरों के मनमाने रवैये पर नाराजगी जाहिर की। वहीं विभाग के पुराने आदेशों की भी अनदेखी को लेकर संगठन ने कड़ा ऐतराज व्यक्त किया।

विद्युत मजदूर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष विमल चंद्र पाण्डेय ने बताया कि संविदा कर्मचारियों की छंटनी और कार्य की आड़ में किए जा रहे उत्पीड़न के विरोध में विद्युत संविदा मज़दूर संगठन एवं विद्युत मज़दूर संगठन उप्र ने शुक्रवार को प्रबंध निदेशक कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया प्रदेश प्रभारी पुनीत राय के नेतृत्व मे विशाल सत्याग्रह किया गया।प्रबंध निदेशक के अवकाश पर रहने के कारण निदेशक कार्मिक प्रबन्धन एवं प्रशासन वाराणसी ने कर्मचारियों की मांगों पर विचार करने का भरोसा दिया। वहीं लखनऊ में तालकटोरा में भी संविदा कर्मियों ने विरोध व्यक्त किया। उत्तर प्रदेश विद्युत संविदा मजदूर संगठन के प्रांतीय प्रभारी पुनीत राय ने बताया कि 30 सितंबर 2024 को पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम, वाराणसी के निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) आरके जैन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जारी निर्देश की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) ने जारी आदेश में कहा था कि उप्र पावर कॉरपोरेशन द्वारा वर्ष 2017 में जारी किए गए ज्ञापन संख्या 295 ज.श. एवं प्रा.सु. (2017) द्वारा निर्धारित मैनपावर के मानक के अनुसार ही संविदा कर्मियों को काम पर रखा जाएगा। जिससे कर्मचारियों में खासा रोष है। श्री राय ने बताया कि उक्त आदेश को लागू किए जाने से पूर्वांचल डिस्काम में लगभग 3000 संविदा कर्मचारियों की छंटनी का आदेश अधीक्षण अभियंताओं द्वारा कर दिया गया है। यह आदेश श्रम कानूनों को नजरअंदाज करने वाला है। वहीं यह आदेश न केवल गैर कानूनी है बल्कि राज्य सरकार के रोजगार नीति के विरोध में भी है।

संविदा कर्मियों ने बताया कि वर्ष 2017 में प्रदेश की बिजली खपत 14,000 मेगावाट थी। अब 29,000 मेगावाट तक पहुंच गई है। इसी प्रकार, पूर्वांचल डिस्कॉम के उपभोक्ता 58 लाख से बढ़कर 1.25 करोड़ हो चुके हैं। ऐसे में 2017 का मानक 2024 में लागू करके संविदा कर्मचारियों की छंटनी का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि उक्त आदेश वापस नहीं लिया गया तो प्रदेश व्यापी आंदोलन किया जाएगा।

विद्युत मजदूर संगठन आंदोलन में दे रहा पूरा साथ

विद्युत मजदूर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष विमल चंद्र पाण्डेय ने बताया कि संविदा कर्मचारियों के साथ किया जा रहे अन्याय के विरोध में हम उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर साथ दे रहा है। उन्होंने कहा कि संविदा मजदूर संगठन द्वारा किए जा रहे आंदोलन का वह पूरा समर्थन करते हैं। विद्युत मजदूर संगठन के सदस्यों को निर्देश जारी किए गए निर्देश को वापस न लिया गया तो प्रदेश व्यापी आंदोलन किया जाएगा।

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