उत्तर प्रदेश

स्पेशल ट्रेन के तीन कोचों में लगी आग, रेस्क्यू टीम ने किया काबू

उत्तर रेलवे ने डीआरएम एसएम शर्मा ने यार्ड में कराई मॉक ड्रिल, परखी सतर्कता

 

राहत एवं बचाव कार्यों के साथ-साथ आपदा प्रबंधन की कार्यविधि का परीक्षण

नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (NDRF) ने की अगुवाई

स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (SDRF) भी हुई शामिल

फायर ब्रिगेड विभाग ,स्थानीय पुलिस, रेड क्रॉस सोसाईटी
ने भी किया सहयोग

मेडिकल, स्काउट एवं गाइड, रेल सुरक्षा बल, वाणिज्य और परिचालन विभाग ने निभाई अहम भूमिका

रेलवे, जिला प्रशासन और सिविल डिफेन्स ने सामूहिक रूप से किया साझा तालमेल

लखनऊ, 20 दिसंबर।
उत्तर रेलवे के डीआरएम एसएम शर्मा ने मंडल के विभिन्न विभागों की अलर्टनेस की जांच के लिए शुक्रवार को लखनऊ यार्ड में मॉक ड्रिल का आयोजन किया। मॉक ड्रिल के दौरान लखनऊ में यात्री स्पेशल ट्रेन के तीन कोचों में अचानक आग लगने का सजीव प्रदर्शन किया गया। उसमें फंसे यात्रियों को बचाने की पूरी कोशिश की गई। रेलवे अधिकारियों और सुरक्षा बलों ने मिलकर आग की लपटों में फंसे 18 यात्रियों को सुरक्षित निकालकर उनकी जान बचाई। मॉकड्रिल के दौरान रेलवे में होने वाली दुर्घटना में राहत एवं बचाव कार्यों के साथ ही आपदा प्रबंधन की कार्यविधि का परीक्षण किया गया।

सीनियर डीसीएम कुलदीप तिवारी ने बताया कि मण्डल रेल प्रबंधक एसएम शर्मा की उपस्थति में वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी समर्थ गुप्ता के संयोजन में डिवीजनल ऑपरेशनल ट्रेनिंग सेंटर/सेफ्टी कैंप के निकट स्थित लखनऊ यार्ड की पीओएच साइडिंग में एक मॉकड्रिल का आयोजन किया गया I उन्होंने बताया कि इस मॉकड्रिल का उद्देश्य आपातकालीन स्थितियों में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया के लिए तैयारी और प्रशिक्षण की समीक्षा करना है। इस मॉकड्रिल में एक यात्रा स्पेशल रेलगाड़ी के तीन कोचों में हुई दुर्घटना और इन कोचों में आग लगने की स्थिति का वास्तविक रूप में प्रदर्शन किया गया। इस दौरान राहत एवं बचाव कार्यों के साथ-साथ आपदा प्रबंधन की कार्यविधि का परीक्षण किया गया। यह मॉकड्रिल आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित और उचित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं ।

सीनियर डीसीएम कुलदीप तिवारी ने बताया कि इस मॉकड्रिल में नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (NDRF), स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (SDRF), फायर ब्रिगेड विभाग ,स्थानीय पुलिस, रेड क्रॉस सोसायिटी, रेलवे का चिकित्सा विभाग, स्काउट एवं गाइड, रेल सुरक्षा बल, वाणिज्य विभाग, परिचालन विभाग रेलवे तथा जिला प्रशासन का सिविल डिफेन्स ने सामूहिक रूप से साझा तालमेल के साथ इस पूरी गतिविधि को सफलतापूर्वक सम्पन्न किया I इस पूरी प्रक्रिया में चोटिल यात्रियों की एक सूची तैयार की गई I मॉकड्रिल में दुर्घटना राहत ट्रेन तथा दुर्घटना राहत मेडिकल यान भी पहुंची I घायल यात्रियों का तत्काल प्राथमिक उपचार किया गया तथा गंभीर रूप से चोटिल यात्रियों को उपचार के लिए अस्पताल भेज गया I इस दौरान आग पर काबू पाने से लेकर यात्रियों का रेसक्यू करने तक सम्पूर्ण कार्यवाही को दर्शाया गया I

मण्डल रेल प्रबंधक एस. एम. शर्मा ने बताया कि रेलवे तथा राज्य प्रशासन के आपसी सहयोग और तालमेल के साथ इस पूरे घटनाक्रम को सम्पन्न किया गया Iउन्होंने बताया कि इस प्रकार की गतिविधि द्वारा रेलकर्मियों को रेलवे में होने वाली किसी भी प्रकार की दुर्घटना के प्रति सजग एवं जागरूक करते हुए त्वरित राहत एवं बचाव कार्य करने तथा आपदा प्रबंधन के लिए उठाए जाने वाले कदम उठाने के लिए किया जाता है I उन्होंने यह भी बताया कि ऐसे कार्यकलापों से रेलकर्मी मानसिक एवं शारीरिक रूप से इस प्रकार की स्थितियां उत्पन्न होने पर पूरे मनोयोग से कार्य करने में सक्षम होते हैं I

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