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IRITM केआईकेएस केंद्र में प्रशिक्षु सीखेंगे वैदिक साहित्य, उपनिषद, वेद और उपवेद

अपर महानिदेशक संजय त्रिपाठी ने किया आईकेइस केंद्र का उद्घाटन

लखनऊ, 04 अप्रैल।
भारतीय रेल परिवहन प्रबंधन संस्थान, लखनऊ द्वारा भारतीय रेल परिवहन प्रबंधन संस्थान के प्रशिक्षु अब वैदिक ज्ञान भी सीखेंगे। इसके लिए संस्थान के अपर महानिदेशक संजय त्रिपाठी ने गुरुवार को भारतीय ज्ञान प्रणाली (आईकेएस) केंद्र का उद्घाटन किया। संस्थान के भारतीय ज्ञान प्रणाली केंद्र में वैदिक साहित्य, उपनिषद, वेद और उपवेद से संबंधित पुस्तकें उपलब्ध है।

भारतीय रेल परिवहन प्रबंधन संस्थान की प्रोफेसर कृष्णा तिवारी ने बताया कि भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने भारतीय ज्ञान प्रणाली (आईकेएस) एक प्रभाग की स्थापना अक्टूबर 2020 में की थी।जिसका उद्देश्य भारत की प्राचीन ज्ञान जो शिक्षा, दर्शन, विज्ञान, कला, संस्कृति, और जीवन के विभिन्न पहलुओं को सम्माहित करने के साथ जी पीढ़ी दर पीढ़ी व्यवस्थित रूप से हस्तांतरित करना है। इसमें वैदिक साहित्य, उपनिषद, वेद और उपवेद भारतीय ज्ञान प्रणाली में सम्मिलित किये गए है जो भारतीय ज्ञान प्रणाली की नींव बनाते हैं ।

भारतीय विद्वानों के नाम पर सभी कक्षाओं, भवनों के नामकरण

प्रोफेसर कृष्णा तिवारी ने बताया कि भारतीय ज्ञान प्रणाली (आईकेएस) केंद्र से संस्थान के संकाय सदस्यों, स्टाफ एवं संस्थान में प्रशिक्षण हेतु आने वाले प्रशिक्षु भारतीय ज्ञान प्रणाली (आईकेएस) से लाभ्वानित होंगे । उल्लेखनीय है कि संस्थान ने संस्थान भारतीय ज्ञान प्रणाली (आईकेएस) को बढ़ावा देने हेतु अपने सभी कक्षाओं, भवनों के नामकरण भी भारतीय विद्वानों के नाम पर समर्पित किये हैं ।

उद्घाटन के समय पारंपरिक परिधान में उपस्थित रहे संस्थान के सभी संकाय सदस्य तथा स्टाफ 

उद्घाटन के समय संस्थान के सभी संकाय सदस्य तथा स्टाफ पारंपरिक परिधान में उपस्थित रहे। प्रोफेसर कृष्णा तिवारी ने बताया कि यह संस्थान भारतीय ज्ञान प्रणाली (आईकेएस) को बढ़ावा लगातार देता है । इस दौरान उनके साथ डीन एवं सीनियर प्रोफेसर शिशिर सोमवंशी, सीनियर प्रोफेसर एसके सिंह, सीनियर प्रोफेसर आशीष अग्रवाल, सीनियर प्रोफेसर राजेश कुमार, सीनियर प्रोफेसर क़ाज़ी मेराज अहमद, प्रोफेसर रेखा शर्मा सहित कई प्रोफेसर एवं फैकल्टी स्टाफ मौजूद रहा।

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