उत्तर प्रदेशदेश-विदेश

सीसीएसआई एयरपोर्ट ने रनवे की रीकार्पेटिंग के समय में बदलाव किया

घरेलू और अंतरर्राष्ट्रीय उड़ानें संशोधित शेड्यूल पर होगी संचालित

लखनऊ, 20 मार्च ।

गर्मियों में यात्री यातायात में होने वाली वृद्धि को संभालने के लिए एयरपोर्ट ने तैयारी कर ली है। एयरपोर्ट प्रशासन ने परिचालन की समग्र दक्षता को बढ़ाने के लिए उड़ान संचालन के साथ-साथ रनवे 09/27 की रीकार्पेटिंग और एयरफील्ड ग्राउंड लाइटिंग (एजीएल) के उन्नयन के लिए समय में बदलाव किया है। यह नया शेड्यूल 21 मार्च से लागू होगा।

यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए और विमानन सुरक्षा और सेवा के उच्चतम मानकों को बनाए रखने की प्रतिबद्धता के साथ, सीसीएसआईए ने महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजना की समय सीमा में बदलाव किया है। एयरपोर्ट प्रशासन के मुताबिक रीकार्पेटिंग और एजीएल का काम 21 मार्च से 15 जुलाई तक 1100 बजे से 1700 बजे के बीच होगा। इस अवधि के दौरान उड़ानें 1100 बजे से पहले और 1700 बजे के बाद संचालित होंगी।

21 से छह घंटे बंद रहेगा रनवे
अदानी एयरपोर्ट प्रशासन के मुताबिक 21 मार्च से 15 जुलाई 2025 तक रोजाना छह घंटे रनवे बंद रहेगा। रनवे बंद पूर्वाह्न 1100 बजे से 1700 बजे तक बंद रहेगा।

16 जुलाई से 15 अगस्त तक चार घंटे बंद रहेगा रनवे
अदानी एयरपोर्ट प्रशासन के मुताबिक 16 जुलाई से 15 अगस्त 2025 तक रोजाना चार घंटे रनवे बंद रहेगा। एयरपोर्ट पर पूर्वाह्न 1100 बजे से अपराह्न 1500 बजे तक विमान संचालन नहीं होगा। 15 जुलाई तक काम की अवधि में कटौती की वजह से हवाई अड्डा 16 जुलाई से रनवे की सेन्टर लाइन से 105 मीटर के भीतर रनवे रीकार्पेटिंग और एजीएल का काम जारी रखेगा। उस अवधि के दौरान, घरेलू और अंतरर्राष्ट्रीय दोनों उड़ानें 1100 बजे से पहले और 1500 बजे के बाद संचालित होंगी।

सर्वश्रेष्ठ यात्रा अनुभव प्रदान करने की प्रतिबद्धता के साथ, सीसीएसआई एयरपोर्ट रनवे रीकार्पेटिंग प्रक्रिया की पूरी अवधि के दौरान इंजीनियरिंग और सुरक्षा उपायों के उच्चतम मानकों को बनाए रखना जारी रखेगा। रनवे 09/27 की रीकार्पेटिंग लखनऊ एयरपोर्ट की अपने बुनियादी ढांचे और सेवाओं को बढ़ाने की निरंतर प्रतिबद्धता का हिस्सा है।
दुनिया के लिए भारत के प्रमुख प्रवेश द्वारों में से एक के रूप में, लखनऊ हवाई अड्डा उन परियोजनाओं में निवेश करना जारी रखता है जो क्षेत्र के विकास और वृद्धि का समर्थन करेंगे। इस परियोजना के सफल समापन से न केवल हवाई अड्डे की स्थिति एक प्रमुख विमानन केंद्र के रूप में मजबूत होगी, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक विकास में भी योगदान मिलेगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button